Monday, March 8, 2010

हरियाणा बना तालिबान

यूं तो गोत्र विवाद हमेशा से कितने लोगों की निर्मम बलि ले चुका है, लेकिन अभी भी उसका पेट भरा नहीं है इसलिये उसने एक मासूम बच्चे को अपने मां बाप के प्यार से महरूम कर दिया। हाल ही में हरियाणा के झज्जर जिले में अलग गोत्र होने के बावजूद पंचायत ने युवा दंपति के खिलाफ तालिबानी फरमान जारी करते हुये न सिर्फ एक दूसरे को अलग कर दिया, बल्कि भाई-बहन की तरह के रूप में रहने का आदेश भी दे डाला। ये जानते हुये कि उनका दस महीने का बच्चा भी हैं। पंचायत के इस फरमान ने आधुनिक समाज के मुंह पर एक बार फिर कालिख पोत दी हैं। एक तरफ जहां राज्य सरकार अपनी ही पीठ थपथपाने के लिये नम्बर वन हरियाणा के नाम से कैम्पेन चला रहा है, वही हरियाणा के पंचायतों का तुगलकी फरमान आज भी बदस्तूर जारी है। कभी गुड़िया, तो कभी समगोत्रिय विवाह के नाम पर वह नियमित अपना घिनौना रूप दिखाता आ रहा है, और अब बेवजह सिर्फ अपनी मूंछ की लड़ाई के नाम पर न सिर्फ एक मासूम बच्चे को उसके मां बाप से अलग किया बल्कि हंसते खेलते परिवार को दर दर की ठोकर खाने पर मजबूर कर दिया। इस देश में प्रगतिशील और जागरूक बुद्विजीवियों की कमी नहीं है। ये भी नहीं कि देश पिछले 60 वर्षो में सामाजिक, आर्थिक क्षेत्र में आधुनिकवादी सोच नहीं अपनाया है। बावजूद इसके कि वैश्वीकरण के आधुनिक युग में भी भारत के अंदर ऐसे कई तालिबानी कुनबे आज भी मौजूद है, जो न सिर्फ रूढ़िवादी सोच को अपनाये हुये है बल्कि अपने तालिबानी फरमानों से इंसानियत को शर्मसार कर रहे है।

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